Homeसाहित्य के सितारेसूरज की तिरछी किरणें पड़ती। हमसे परछाई कई गुना बढ़ती। मिट्टी या रेत कहा रहती अब। सोना बन जाती है ये धरती। सूरज की तिरछी किरणें पड़ती। हमसे परछाई कई गुना बढ़ती। मिट्टी या रेत कहा रहती अब। सोना बन जाती है ये धरती। Five Star Foundation September 09, 2021 0 Dowanload Link Here... Tags साहित्य के सितारे Facebook Twitter Whatsapp Share to other apps सूरज की तिरछी किरणें पड़ती। हमसे परछाई कई गुना बढ़ती। मिट्टी या रेत कहा रहती अब। सोना बन जाती है ये धरती। साहित्य के सितारे Newer Older