मां-बाप के जीवन की अरमान बेटियां।
दो-दो घरों का बनाती हैं सम्मान बेटियां।
बेटी के बिना सूना लागे हर एक आंगन बनाती है हर घर आंगन की शोभामान बेटियां।
बेटी बचाओ मिलकर मारो इसे ना अब लड़कों से कहीं ज्यादा बुद्धिमान बेटियां।
अब काम हो कोई भी इनसे नहीं बचा क्रिया कर्म को जाती हैं श्मशान बेटियां।
हर कार्य क्षेत्र में अब आगे निकल रही हैं सेना उड़ाती है विमान बेटियां।